मरीजों का रिकवरी रेट बढ़ा, पिछले 24 घंटों में 23 हजार से अधिक मरीज हुए ठीक
24 अप्रैल, लखनऊ। कोरोना के साथ जारी जंग में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सर्विलांस और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग मॉडल हिट साबित हो रहा है। इसके जरिए प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण को नियंत्रित कर उसकी चेन को तोड़ने की कोशिश में लगी है।
उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य है जहां सर्विलांस टीम द्वारा घर-घर जाकर लोगों का सर्वेक्षण किया जा रहा है। प्रदेश में अब तक 3 करोड़ 32 लाख 32 हजार 397 घरों का सर्विलांस किया जा चुका है। जिनमें राज्य की कुल 16 करोड़ से भी ज्यादा आबादी शामिल है।
पिछले 24 घंटों में 23 हजार से ज्यादा लोग हुए रिकवर
प्रदेश सरकार हर स्तर पर मरीजों की दिक्कतों को दूर करने के प्रयास में है।अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और बेडों की सुविधा के कारण प्रदेश में हजार मरीज रोजाना स्वस्थ होकर अपने घरों को जा रहे हैं।
शनिवार को प्रदेश में कुल 23 हजार से भी ज्यादा लोग रिकवर होकर अपने घरों को वापस गए हैं। वहीं अब तक प्रदेश में 7 लाख 52 हजार 211 लोग पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। पिछले चार दिनों के आंकड़ों पर नजर डाले तो यह आंकड़ा दिनोदिन बढ़ता ही जा रहा है। जोकि दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश जल्द ही कोरोना संक्रमण को मात देने में सफलता हासिल करेगा।
सर्विलांस टीम बनी सबसे मजबूत हथियार
यही नहीं उत्तर प्रदेश में सर्विलांस टीम और ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समतियां योगी सरकार के ‘कॉन्टैक्ट एवं सर्विलांस मॉडल’ का सबसे मजबूत हथियार साबित हो रही हैं। सर्विलांस टीम द्वारा प्रदेश में अब तक 16 करोड़ लोगों का सर्वेक्षण किया है।
2लाख 27हजार 315इलाकों में 5 से ज्यादा स्वास्थ्य विभाग की टीम के माध्यम से तीन करोड़ से भी ज्यादा घरों का सर्विलांस किया जा चुका है। साथ ही ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समतियां होम क्वारंटाइन किए गए लोगों पर विशेष नजर बनाए हुए हैं।
होम क्वारंटाइन किए गए लोग अपने घर में ही रहे इसकी जिम्मेदारी इन्हीं पर है। साथ ही मोहल्ला एवं गांव में आने वाले लोगों की जानकारी प्रशासन को इन्हीं समतियों के माध्यम से प्राप्त हो रही है।
स्वास्थ्य विभाग-प्रदेश में तीन करोड़ 95 लाख से ज्यादा लोगों की हो चुकी है टेस्टिंग
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 2 लाख 25 हजार 260 लोगों की टेस्टिंग की गई है। इसमें करीब डेढ़ लाख से भी ज्यादा जांचे आरटीपीसीआर की मदद से की गई है। अब तक प्रदेश में 3 करोड़ 95 लाख 40 हजार 989 लोगों की टेस्टिंग की जा चुकी है।
जिसे लगातार तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। इससे पहले कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए योगी सरकार प्रदेश में टेस्टिंग की क्षमता को बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय ले चुकी है।
प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों और चिकित्सा संस्थानों में तिगुने से अधिक 1,64,000 कोरोना जांच रोजाना होगी, इसको लेकर सीएम योगी ने कुछ दिन पहले अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य विभाग –प्रवासी मजदूरों और कामगारों के लिए बने 349 क्वारंटाइन सेंटर
वहीं दिल्ली और महाराष्ट्र में लॉकडाउन होने के बाद उत्तर प्रदेश में काफी संख्या में प्रवासी मजदूर और कामगारों का आना शुरु हो गया है। ऐसे में इनके द्वारा प्रदेश में संक्रमण न फैले, इसके लिए प्रदेशभर में 349 क्वारंटाइन सेंटरों को बनाया गया है।
इसके तहत प्रवासियों के आगमन पर जिला प्रशासन की ओर से उनकी स्क्रीनिंग कराई जाएगी। स्क्रीनिंग में किसी भी प्रकार के लक्ष्ण पाए जाने पर इन्हें क्वारंटाइन में रखा जाएगा। जांच करवाने के बाद वह संक्रमित पाए जाते हैं तो उन्हें कोविड अस्पताल या घर पर आइसोलेट किया जाएगा।