जाने:नवदुर्गा के चौथे स्वरूप कूष्मांडा का पूजन, विधान व श्लोक

नवदुर्गा के चौथे दिन  कुष्माण्डा देवी के स्वरूप की उपासना की जाती है। इस दिन साधक का मन ‘अनाहत’ चक्र में स्थित होता है। अतः इस दिन अत्यंत पवित्र और अचंचल मन से मां कूष्माण्डा देवी के स्वरूप को ध्यान में रखकर पूजा-उपासना के कार्य को करना चाहिए। माता की उपासना से सिद्धियों में निधियों को प्राप्त […]

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जानिए:तृतीय चंद्रघंटा माता की पूजन विधि व श्लोक

नवदुर्गा जी की तीसरी शक्ति का नाम चंद्रघंटा है। नवरात्रि उपासना में तीसरे दिन की पूजा का अधिक महत्व है इस दिन इन्हीं के विग्रह की पूजा-आराधन कि जाती है। इस दिन साधक का मन ‘मणिपूर’ चक्र में प्रविष्ट रहता है। नवरात्रि उपासना माँ की कृपा से अलौकिक वस्तुओं के दर्शन होते रहते हैं, दिव्य सुगंधियों का […]

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द्वितीय:ब्रह्मचारिणी की उपासना,श्लोक,पूजन विधि जाने

माँ दुर्गाजी का यह दूसरा स्वरूप भक्तों और सिद्धों को अनन्तफल देने वाला है। इनकी उपासना से मनुष्य में तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार, संयम की वृद्धि होती है। जीवन के कठिन संघर्षों में भी उसका मन कर्तव्य-पथ से विचलित नहीं होता। माँ ब्रह्मचारिणी देवी की कृपा से उसे सर्वत्र सिद्धि और विजय की प्राप्ति होती […]

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जानिए:इच्छित फल की प्राप्ति हेतु दुर्गा सप्तशती सिद्ध मंत्र

दुर्गा सप्तशती के सिद्ध-मंत्र का अर्थ होता है वे मंत्र जो माँ दुर्गा के लिये प्रयुक्त किया जाता हो अर्थात मॉ दुर्गा को नमन करते हुए उनके चरणों में अपने आप को समर्पित करते हुएदुर्गा सप्तशती के सिद्ध-मंत्र  विभिन्न प्रकार के होते है, जो कि हर एक इच्छाओ की पूर्ति करते है, इन मंत्रो का कम से […]

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दुर्गा सप्तशती: 700 श्लोक में मां दुर्गा जानिए

दुर्गा सप्तशती: सदियों पुराने महाकाव्य ने नवरात्रि की आध्यात्मिक दृष्टि को आकार दिया नवरात्रि सदियों पुराना पाठ मेंसे एक जिसे दुर्गा देवी महात्म्य य सप्तशती के नाम से भी जाना जाता है दुर्गा सप्तशती के(700 श्लोकों)में देवी दुर्गा के बारे में जो कुछ भी हमें पता चलता है वह हमें प्रभावित करता हैनवरात्रि (नौ रातें) […]

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जानिए:नव दुर्गा में प्रथम शैलपुत्री की कहानी

शैलपुत्री (पहाड़ों की बेटी)। माता दुर्गा नवरात्रि के पहले दिन के दौरान पहली नवदुर्गा है। वह पहाड़ के राजा हिमवान की बेटी थी, और उनकी पत्नी मेनिका (जिसे मेनवती भी कहा जाता है)। उसका जन्म नाम (शिव पुराण और कालिका पुराण के अनुसार) काली है, क्योंकि उसका सांवला / गहरा रंग था। इन्हें भवानी, पार्वती […]

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