लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार covid-19 से सभी लोगों को गुणवत्तापरक चिकित्सीय सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है,
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 01 मई, 2021 से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के टीकाकरण की व्यवस्था लागू की है, जो एक प्रशंसनीय कदम है। उन्होंने निर्देश दिये कि 01 मई से शुरू होने वाले टीकाकरण की कार्ययोजना तैयार कर ली जाए।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की, उन्होंने कहा कि प्रत्येक अस्पताल में न्यूनतम 24 से 36 घण्टे का ऑक्सीजन बैकअप होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोविड अस्पतालों में आई0सी0यू0 तथा आइसोलेशन बेड के जनपदवार डाटा तैयार कर लें, उन्होंने कहा कि लखनऊ व प्रयागराज में मरीजों की संख्या को देखते हुए ,अतिरिक्त प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने प्रयागराज में स्वरूप रानी व युनाइटेड मेडिकल काॅलेज सहित अन्य सभी चिकित्सकीय संस्थानों में बेड की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग यह सुनिश्चित करे कि सभी मेडिकल काॅलेज एवं 100 से अधिक बेड के अस्पताल एवं स्वयं का आॅक्सीजन प्लाण्ट हो, उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, औद्योगिक विकास, एम0एस0एम0ई0 तथा गृह विभाग आपसी समन्वय से इस कार्य को करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जीवनरक्षक दवाओं व रेमडेसिविर इंजेक्शन की निर्बाध आपूर्ति के लिए आवश्यक है कि इसकी लगातार माॅनिटरिंग की जाए। उन्होंने कहा कि ऐसी दवाओं व इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ एन0एस0ए0 के तहत कार्रवाई की जाए।
लखनऊ के डेडिकेटेड कोविड-19 हाॅस्पिटल
उन्होंने कहा कि लखनऊ के के0जी0एम0यू0 तथा बलरामपुर चिकित्सालय को पूरी क्षमता के साथ डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के तौर पर संचालित करने के निर्देश दिये। एरा, टी0एस0 मिश्रा, इण्टीग्रल, हिन्द तथा मेयो मेडिकल काॅलेज आदि को पूरी क्षमता के साथ डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिटल के रूप में क्रियाशील रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने सभी से अपील की है कि पर्व व त्योहार लोग घर पर ही मनाएं। उन्होंने कहा कि बहुत आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलें। खुले मैदान में 100 से ज्यादा लोग एकत्र न हों। उन्होंने कहा कि सभी व्यापारी मास्क व हैण्ड ग्लव्स का उपयोग अवश्य करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देशित किया है कि गेहूं क्रय केन्द्रों का संचालन पूरी क्षमता से किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई दिक्कत न हो। उन्होंने गेहूं क्रय की नियमित समीक्षा करने के निर्देश भी दिए हैं। बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि अब तक 42 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है।