लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने मंगलवार को तेलीबाग स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया, परिकल्प भवन के सभागार में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग (यांत्रिक संवर्ग) के नवप्रोन्नत 67 अधिशासी अभियंताओं को वरिष्ठता के आधार पर पदस्थापन हेतु आयोजित कार्यक्रम में कहा कि विभाग में प्रथम बार समूह ‘क’ के राजपत्रित अधिकारियों का पदस्थापना साफ्टवेयर माध्यम से पूर्ण पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है। मैं सभी नवप्रोन्नत अधिशासी अभियन्ताओं के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ तथा आशा करता हूँ कि आप सभी पूर्ण मनोयोग से अपने राजकीय दायित्वों का निर्वहन करते हुए कृषकों को सिंचाई सुविधा का लाभ पहुंचाने मे लिए प्रयत्नशील रहेगें।
जल शक्ति मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि जिस तरह बॉर्डर पर सेना का जवान होने से देश मजबूत होता है इसी प्रकार खेत में किसान के होने से देश का पेट भरता है। खेत में किसान और सीमा पर जवान का होना गर्व की बात है। किसान हमारे अन्नदाता है। उन्होंने कहा किसानों से हमें परिश्रम, ईमानदारी एवं कर्तव्य बोध की प्रेरणा मिलती है। किसान भी हमारे जवान हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विभाग में जो भी दायित्व मिले उसका निर्वाहन पूरी निष्ठा से करें।
भूजल एवं सतही जल सिंचाई परियोजनाओं के सृजन एवं निर्माण हेतु निरन्तर प्रयासरत
श्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि प्रदेश में सिंचाई (यांत्रिक) संगठन के अन्तर्गत 34316 राजकीय नलकूपों से लगभग 29 लाख हेक्टेयर सिंचन क्षमता एवं 252 लघु डाल नहरों से लगभग 2 लाख हेक्टेयर सिंचन क्षमता सृजित है। साथ ही 29 वृहद एवं मध्यम पम्प नहरें कार्यशील है
श्री सिंह ने कहा कि सिंचाई साधनों में उत्तरोत्तर वृद्धि हेतु भूजल एवं सतही जल सिंचाई परियोजनाओं के सृजन एवं निर्माण हेतु सिंचाई (यांत्रिक) संगठन निरन्तर प्रयासरत है। प्रदेश में राजकीय नलकूपों के निर्माण / आधुनिकीकरण व लघु डाल नहरों के निर्माण की विभिन्न परियोजनाएं वर्तमान में प्रचलित हैं।
इस अवसर पर जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद, प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन अनिल गर्ग, प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष मुस्ताक अहमद, प्रमुख अभियंता यांत्रिक देवेंद्र अग्रवाल, प्रमुख अभियंता परिकल्प एवं नियोजन एनसी उपाध्याय सहित सभी नवप्रोन्नत अधिशासी अभियंता एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।