लखनऊ
कोविड 19 महामारी पर नियंत्रण बनाने के उद्देश्य से प्रभारी अधिकारी कोविड 19 लखनऊ डॉ रौशन जैकब द्वारा शहरी क्षेत्र के समस्त मालिन बस्तियों में कोविड टेस्टिंग व दवा वितरण करने के लिए टीमो को निर्देश दिये गये थे
जिसके क्रम में अपूर्वा यादव विशेष कार्यधिकारी राजस्व परिषद व जनप्रगति एनजीओ के सहयोग से मलेसेमऊ, मकदूमपुर, कंचनपुर, अकबरनगर, बालू अड्डा, जानकीपुरम व जुगौली आदि मलिन बस्तियों में कोविड टेस्टिंग एवं दवा वितरण कैम्प लगाए गए।
उक्त कैंपो में कोविड टेस्टिंग के साथ साथ कोविड के लक्षण वालो को दवा भी उपलब्ध कराई गईं। साथ ही नगर निगम द्वारा साफ सफाई और सैनेटाइजेशन का कार्य भी कराया गया।
कैंपो के द्वारा किये जा रहे कार्यो के सत्यापन के उद्देश्य से प्रभारी अधिकारी सबसे पहले बालू अड्डा स्थित असमिया बस्ती पहुँची। बस्ती में टीम द्वारा लोगो की टेस्टिंग व घर-घर जा कर दवा वितरण का कार्य होता पाया गया। साथ ही नगर निगम की टीमो के द्वारा सैनेटाइजेशन भी होता पाया गया।
प्रभारी अधिकारी ने बताया बुखार जुकाम आदि कोविड जैसे लक्षण
उन्होंने बस्ती में लोगो से संवाद किया गया और उनको बताया गया कि आप लोगो की सुविधा के लिए आप की बस्ती में कैम्प लगाया गया है। यदि किसी को टेस्ट कराने की आवश्यकता है तो वह आकर टेस्ट करा सकता है और यदि किसी को बुखार जुकाम आदि कोविड जैसे लक्षण है
वह टीम से मेडिकल किट ले सकता है। बस्ती में प्रभारी अधिकारी द्वारा बच्चों को बिस्किट्स भी वितरित किया गया।
उक्त के पश्चात प्रभारी अधिकारी ऐशबाग स्थित सन्त सुदर्शन पूरी कालोनी पहुँची।
उक्त स्थल पर नगर निगम द्वारा सैनेटाइजेशन का कार्य युद्धस्तर पर होता पाया गया, जिसकी प्रभारी अधिकारी द्वारा प्रशंसा की गई। निरीक्षण में आरआरटी टीम के द्वारा कालोनी में स्थित गांधी पार्क में कैंप लगा कर टेस्टिंग व दवा वितरण का कार्य होता पाया गया।
उनके द्वारा लोगो के घर जा कर संवाद किया गया, और कोविड प्रबंधन के लिए की जा रही व्यवथाओ का फीडबैक भी लिया गया। लोगो द्वारा बताया गया कि नगर निगम द्वारा निरन्तर सैनेटाइजेशन किया जाता है और आरआरटी टीम के द्वारा पॉजिटिव रोगियों के घर दवा पहुचाई जाती है।
उक्त के पश्चात प्रभारी अधिकारी सीएचसी ऐशबाग पहुँची। समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँच कर प्रभारी अधिकारी द्वारा टेस्टिंग एवं वैक्सिनेशन सेंटर का निरीक्षण किया। कोविड प्रोटोकॉल व सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन होते हुए टेस्टिंग व वैक्सिनेशन होता पाया गया।