लखनऊ– समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा राज में कोई नहीं बचा है जिसे परेशानी न हुई हो। भाजपा को परवाह नहीं कि किसान क्या चाहते हैं? नौजवानों का भविष्य अंधकार में है। किसान-नौजवान दोनों को भाजपा सरकार ने अपमानित किया है, मुख्यमंत्री जी का सबसे बड़ा काम है नाम बदलना। वे अपने किए उद्घाटन का भी उद्घाटन कर देते हैं। अब किसान और नौजवान मिलकर भाजपा सरकार को कुर्सी से उतारने के लिए संकल्पित है। वहीं लोकतंत्र को बचाएंगें और भाजपा के जाने पर ही किसान विरोधी कानून वापस होंगे। समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर लोगों की तरक्की और खुशहाली के रास्ते खुलेंगे।
उन्होंने शनिवार कासगंज, एटा में आयोजित किसान महापंचायत को सम्बोधित किया, और महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने अपने समर्थकों से कहा कि वे साइकिल निशान लेकर आने वाले किसी भी प्रत्याशी का पूरा समर्थन करें। हम सब एकजुट होकर सन् 2022 में अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाएंगे। उन्होंने नारा दिया- ‘महान दल ने ठाना है, समाजवादी पार्टी की सरकार बनाना है।‘
किसान महापंचायत में पूर्व सांसद सलीम शेरवानी, धर्मेन्द्र यादव, रामजी लाल सुमन, चौधरी ब्रजेन्द्र सिंह, कासगंज जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह, राकेश राजपूत के अतिरिक्त डॉ0 राजपाल कश्यप तथा उदयवीर सिंह एमएलसीगण भी मौजूद रहे। अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी कार्यालय का शिलान्यास किया।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा किसानों के आंदोलन को बदनाम कर रही है। उन्हें देशद्रोही, आतंकवादी, गुण्डा, दलाल, चीन-पाक के एजेन्ट तक कहा गया है। किसान हक मांग रहे है और भाजपा सरकार आंख-कान बंद किए हुए है। इतना अपमान कभी किसानों का किसी सरकार ने नहीं किया। जिनके पास खेत नहीं वह किसानों के लिए कानून बना रहे हैं। किसान अपनी फसल और जमींन बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। यह परिवर्तन की लड़ाई है।
समाजवादी पार्टी किसी बड़े दल से गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने कहा हम आप दोनों धोखा खाए हैं। अब आगे धोखा नहीं खाएंगे, बल्कि धोखा देने वालों को सबक सिखाएंगे।
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार झूठे आंकड़े बताती है। वह नहीं बताती कि एमएसपी कितने किसानों को मिला? मंहगाई बढ़ी है। पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से अन्य दूसरे सामान भी मंहगे हो गए हैं। बिजली का उत्पादन एक भी यूनिट नहीं किया गया और नहीं एक बिजली घर लगाया गया। समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर किसानों को फसलों का लाभकारी मूल्य मिलेगा। नौजवानों को नौकरी रोजगार दिया जाएगा।