लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं की शुचितापूर्ण तथा पारदर्शी ढंग से नियुक्ति कर प्रदेश को उनकी प्रतिभा और ऊर्जा का लाभ दिला रही है। विगत 04 वर्षों में सरकारी नौकरियों में 04 लाख युवाओं को पूरी ईमानदारी, निष्पक्षता तथा पारदर्शिता के साथ चयनित कर नियोजित किया गया है। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग सहित विभिन्न सेवा चयन आयोगों एवं अन्य संस्थाओं की भर्ती प्रक्रिया की निष्पक्षता पर अब कोई प्रश्नचिन्ह नहीं है। साथ ही, चयन की कार्यवाही समयबद्ध ढंग से सम्पन्न की जा रही है।
रविवार को लोक भवन में मिशन रोजगार के अन्तर्गत बेसिक शिक्षा विभाग में 271 नव चयनित खण्ड शिक्षा अधिकारियों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में अपने विचार व्यक्त करने के साथ- साथ, उन्होंने 10 नव चयनित खण्ड शिक्षा अधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। साथ ही, सुरक्षा और संरक्षा पैकेज, दिव्यांग बच्चों के लिये पाठ्यक्रम के पैकेज तथा दीक्षा हैण्डबुक का विमोचन भी किया। उन्होंने ‘प्रेरक बालक’/‘प्रेरक बालिका’ एवं उनके अभिभावकों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किया। इस अवसर पर प्रेरणा ज्ञानोत्सव कार्यक्रम के समबन्ध में एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई। ज्ञातव्य है कि उ0प्र0 लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित खण्ड शिक्षा अधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया।
साथ ही उन्होंने कहा विकास खण्ड की सामाजिक, सांस्कृतिक एवं भौगोलिक स्थितियां अलग-अलग हैं। इन स्थितियों को देखते हुए विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने के लिए अभिनव प्रयास करके दिखाने की जरूरत है। ऐसे प्रयास किये जाने चाहिये कि बच्चों की नींव मजबूत हो। साथ ही, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का माहौल तैयार हो रहा है। राज्य सरकार के प्रयासों से विभिन्न रैंकिंग्स में वर्तमान में प्रदेश, देश में अग्रणी है। वर्ष 2016 में ‘ईज ऑफ डूईंग बिजनेस’ में देश में प्रदेश की रैंकिंग 14वीं थी। विगत 04 वर्ष में इस रैंकिंग में प्रदेश दूसरे स्थान पर आ गया है। पिछले 04 साल में प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है।