लखनऊ- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भारत में कोरोना महामारी के दौर में सरकारी अव्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार की दुनिया भर में किरकिरी हो रही है। उन्होंने कहा कई देशो ने भारत यात्रा पर रोक लगा दी है तो कुछ ने अपने देशवासियों को भारत छोड़ने की एडवायजरी जारी कर दी हैं। वैश्विक स्तर पर इससे भारत की छवि खराब हो रही है। लेकिन इस सबके बावजूद भाजपा सरकार अपनी ऐंठ एवं अहंकार में डूबी है। उन्होंने कहा विपक्ष का सहयोग लेने के बजाय उनको बदनाम करने पर तुली है। विदेशों में सरकारों ने जन सहयोग से संकट पर काबू पाया है पर यहां तो अकेले ही सब श्रेय लेने के चक्कर में मुख्यमंत्री तीसमार खां बने हुए हैं और जनता की सासों से खिलवाड़ हो रहा है।
उन्होंने कहा जिस तरह अस्पतालों में बेड को लेकर मारामारी बची है, प्राणवायु आक्सीजन के लिए लोग दर-दर भटक रहे है, वो बेहद दुःखद है। सीएमओ आफिस में लालफीताशाही का जोर है। कहीं किसी की सुनवाई नहीं। अस्पतालों में दवाई नहीं। फिर भी सरेआम झूठा बोला जा रहा है। कहीं कोई कमी नहीं है। मृतक आंकड़ो में भी खेल हो रहा है। बस भाजपा राज में इलाज भले न मिले, अंत्येष्टि फ्री है।
अखिलेश यादव-भाजपा के पास न तो नीति है, न निर्णय क्षमता
भाजपा सरकार कितना अमानवीय हो सकती है इसका एक उदाहरण यह है कि पंचायती चुनावों में डयूटी कर रहे 706 शिक्षकों की सांसे थम गई। लगभग 10 हजार से ज्यादा शिक्षक कोरोना संक्रमण से ग्रसित हैं तो भी मतगणना में उनकी डयूटी लगाई जा रही है। अस्पताल कर्मियों को भी कोरोना के इलाज की भी सुविधा नहीं मिल पा रही है।
उन्होंने कहा उच्च न्यायालय के सख्त रूख के बावजूद प्रदेश में ध्वस्त स्वास्थ्य व्यवस्था के हालात नहीं सुधर रहे हैं। मृतक स्वास्थ्यकर्मियों, शिक्षकों तथ पत्रकारों को 50-50 लाख रूपए की तत्काल सहायता दी जानी चाहिए पर मुख्यमंत्री को इस पर सोचने की फुर्सत कहां है? खोखली बयानबाजी के अलावा उनके पास कोई काम बताने को है नहीं जो भी अस्पताल बने समाजवादी सरकार में बने। एम्स के लिए जमीन सपा सरकार ने दी भाजपा उन्हें चालू नहीं कर पाई। अवध शिल्प ग्राम, कैंसर अस्पतालों का लाभ कोरोनाकाल में भाजपा श्रेय ले रही है,उनका निर्माण सपा सरकार में हुआ।
प्रदेश में भाजपा सरकार के कारनामें तो दुनिया के कई प्रतिष्ठित अखबारों में छप रहे हैं। भाजपा के पास न तो नीति है, न निर्णय क्षमता। सब कुछ उसके नियंत्रण से बाहर है,यह निर्दयी सरकार है