कोविड-19 जंग,तनाव, मेंटल फिटनेस के संग, कोविड में मनोबल कैसे रहें मजबूत!

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कोविड-19 जंग, मेंटल फिटनेस संग, कोविड में मनोबल कै
कोरोना से लड़ने के लिए तन के साथ मन का स्वस्थ होना भी उतना ही जरूरी है।  लेकिन महामारी की इस सुनामी में वह कौन ही होगा जो तनाव में नहीं हो। वजह किसी के मौत का सदमा, देश दुनिया में मचा कोहराम ,और किसी की एक छोटी सी बात भी हो सकती है, जो मन में चुभ गई हो।
दरअसल तनाव स्वाभाविक है इस परिस्थिति में,लेकिन तनाव का चुभ जाना, आपका लगातार परेशान रहना, रुटीन बदल देना,आपका लगातार पीछा करना – ये लक्षण हैं तो फिर आपको उसपर ध्यान देना जरूरी है। जब शरीर की थकान दूर हो सकती है, दर्द दूर हो सकता है तो दिमाग की थकान और मन का दर्द भी दूर हो सकता है।



आप क्या तनाव में हैं?


छोटी, बड़ी बातों से टेंशन सामान्य बात है। लोकिन लगातार तनाव में रहना चिंताजनक हो सकता है। इसके लक्षण ये हैं कि कोई बात लगातार आपका पीछा करती है। आप सामान्य महसूस नहीं कर रहे, हथियार डाल देने का मन करता है। सामान्य व्यवहार अब बदल रहा है


तनाव भगाने के उपाय


किसी खबर से सदमा लगे तो रुकें,शरीर में हो रहे बदलाव को नोटिस करें,हल्की स्ट्रेचिंग करें,गहरी सांस से भी मदद मिलती है,अपने आस – पास से कनेक्ट करें।


बुरे ख्यालों से मुकाबला करें


ध्यान बंटाने के लिए कुछ अलग करें,जो भी करें, पूरा ध्यान लगाकर करें,शरीर में होने वाली चेंज नोट करें,पीछा करने वाले ख्याल को पहचानें,परेशान करने वाली बात नोट करें।


वजह को समझने से परेशानी से निदान में मदद


ध्यान दूसरी तरफ बंटाने से तनाव घटाने में मदद मिलती है, प्रैक्टिस से तनाव दूर हो सकता है,अपने स्वभाविक गुणों को याद करें ,सामान्य हालात में आप क्या करते हैं वैसा ही करने की कोशिश करें,अपनी मदद से दूसरों की भी मदद हो सकती है।



मरीज का तनाव


कोविड मरीज में मेंटल स्ट्रेस बहुत अधिक होता है संक्रमण के दौरान मरीज में भारी तनाव होता है,ठीक होने पर मनोरोगी जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं,डिप्रेशन और  एंग्जायटी के लक्षण भी आ सकते हैं,मूड डिसऑर्डर और अनिद्रा की शिकायत भी हो सकती है, पोस्ट ट्रॉमैटिक स्ट्रेस के लक्षण आम बात है।

इसके के लक्षण
जल्दी हैरानी, डर जाना,हमेशा खतरे की कल्पना करना, नुकसानदेह काम ज्यााद करना, जैसे ज्यादा शराब, तेज ड्राइविंग आदि,सोने में दिक्कत, ध्यान की कमी, चिड़चिड़ापन, आक्रामक व्यवहार, कुछ ज्यादा ही गिल्ट, शर्मिंदगी, ठीक होने के बाद बाल झड़ना।


बच्चों में तनाव होना


करोना काल में बच्चे भी तनाव मुक्त नहीं है ,बच्चों में लगातार नींद में व्यावधान की शिकायत, बार- बार गुस्सा, चीखना, चिल्लाना, चिड़चिड़ापन, बार- बार अपने नाखून चबाना, एकांत में रहना, किसी काम में ध्यान ना लगना, बच्चों में तनाव के लक्षण हैं


बच्चे की मदद करें


बच्चे को समय दें, ध्यान दें, बच्चा आपका साथ पाकर मन की बात बोलेगा,बच्चे को आपदा समझने, सीखने का मौका दें,मानिए कि हर बच्चा एक जैसा नहीं होता,हर बच्चे की तनाव झेलने की क्षमता अलग -अलग होती है, बच्चे को काम को मजेदार बनाना सिखाएं, सही खाने, अच्छी नींद पर ध्यान दें, बेहिचक बातचीत की आदत डालें,डॉक्टर के पास जाने से झिझकें नहीं।

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