लखनऊ-समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव अपने पैतृृक गांव सैफई में किसानों के बीच दो दिन होली मनाने के बाद मंगलवार जब समाजवादी पार्टी मुख्यालय, लखनऊ आए तो सैकड़ो कार्यकर्ता, नगर के संभ्रान्त नागरिक, राजनेता उनसे मिलने पहुंचे। विभिन्न जनपदों से भी बड़ी तादाद में लोग उनसे मिलने आए थे। उन्होंने ने सभी को होली की बधाई दी और उनके सुखद भविष्य की कामना की।
उन्होंने ने कहा कि मंहगाई की मार से इस बार होली पर्व किसी तरह संपन्न हो तो गया लेकिन भाजपा की गलत आर्थिक नीतियों के कारण जनता का मनोबल गिरा हुआ है। लोगों में हताशा है और जिंदगी दूभर हो गई है।
यादव ने कहा कि भाजपा के कारण राज्य गुंडा, माफियाओं और अपराधियों की गिरफ्त में है। महिलाएं-बच्चियां अपमानित हो रही हैं। लोगो का जानमाल सुरक्षित नहीं रह गया है। सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ना भाजपा का एजेंडा है। समाज में नफरत फैलाना और जातियों के बीच दूरी पैदा करना भारतीय जनता पार्टी की रणनीति और राजनीति दोनों है।
अखिलेश यादव ने कहा कि किसानो की हालत दयनीय है। नौजवान बेकारी के शिकार हैं। उनका भविष्य अंधकारमय है। भाजपा अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती है। भाजपा की जनविरोधी नीतियों से प्रदेश बदहाल होता जा रहा है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि इस मौके पर बड़ी तादाद में एकत्र कार्यकर्ताओं का कहना था कि राज्य की जनता अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बना देखना चाहती है।
उनका कहना था कि भाजपा के कुराज से सपा ही मुक्ति दिला सकती है।
भाजपा राज में नोटबंदी, जीएसटी से रोजी-रोजगार खत्म हो गया। जनाक्रोश चरम पर है। लाकडाउन में सरकार की संवेदनहीनता से कितने ही श्रमिकों की मौत हो गयी। आज किसान आंदोलन में भी ढाई सौ से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है। भाजपा को इससे कोई नाता रिश्ता नहीं है। भाजपा के झूठे वादो पर अब जनता भरोसा नहीं करेगी। सन्् 2022 के चुनावो में इस बार भाजपाई छलकपट नहीं चलेगा, जनता सावधान है। भाजप की विदाई और समाजवादी सरकार का बनना तय है।