लखनऊ, कोरोना से लड़ाई में प्रदेश की योगी सरकार मजबूती से लड़ रही है। संक्रमित मरीजों के बेहतर इलाज के लिए आयुष विभाग के वाराणसी व पीलीभीत अस्पताल को एल-2 ग्रेड का बनाने जा रही है,
इसमें वाराणसी के राजकीय आयुर्वेद कॉलेज में आक्सीजन प्लांट लगने का काम लगभग पूरा होने वाला है जबकि पीलीभीत के आयुष अस्पताल में भी आक्सीजन प्लांट लगाए जाने की तैयारी है।
आयुष विभाग प्रभारी अधिकारी डॉ अशोक कुमार दीक्षित बताते हैं कि प्रदेश में 2104 आयुष चिकित्सालय हैं। इसमें 8 बड़े अस्पताल है। वाराणसी व पीलीभीत में हाल में ही आयुष चिकित्सालय बनाए गए हैं। डॉ अशोक कहते हैं कि कोरोना संक्रमित मरीजों को राहत देने के लिए आयुष अस्पतालों को कोविड अस्पातलों में तब्दील किया जा रहा है।
खासकर वाराणसी के राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल को कोविड का एल-2 ग्रेड का अस्पताल बनाया जा रहा है। यहां पर मरीजों को राहत देने के लिए आक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। यह अस्पताल एक सप्ताह में शुरू होने की उम्मीद है,
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वहीं, पीलीभीत में नवनिर्मित आर्येवेदिक कॉलेज अभी एल-1 ग्रेड का है। यहां पर बेड बढ़ाने के साथ आक्सीजन प्लांट लगाए जाने की व्यवस्था की जा रही है,इसके बाद इस अस्पताल को भी एल-2 ग्रेड में तब्दील कर दिया जाएगा।
होमआइसोलेशन मरीजों को काढ़ा व तेल
कोरोना संक्रमण को मात देने में आयुष विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। डॉ एके दीक्षित बताते हैं कि आयुर्वेद के बड़े अस्पतालों को एल-1 व एल-2 ग्रेड में डेवलप करने के साथ-साथ आयुष विभाग की ओर से होम आइसोलेटेड मरीजों को नि:शुल्क काढ़ा, दवाएं व नाक में डालने के लिए अणु तेल वितरित किया जा रहा है।
यूपी में बनेगा अणु तेल
डॉ एके दीक्षित बताते हैं कि अणु तेल कोरोना संक्रमण रोकने में अहम भूमिका निभा रहा है। भारत सरकार की ओर से अणु तेल यूपी के आयुष अस्पतालों में भेजा जाता है,
उन्होंने बताया कि मांग बढ़ने के बाद अब अणु तेल को यूपी के आयुष अस्पतालों में बनाया जाएगा। इससे अणु तेल की मांग को पूरा करने में आसानी होगी।