2021 विधानसभा चुनाव नतीजे:पश्चिमबंगाल,तमिलनाडु,पांडिचेरी,असम

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West Bengal Election Results 2021 Updates: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के अंतिम परिणाम आ गए हैं। TMC ने 215 सीटों पर जीत दर्ज कर भारी बहुमत हासिल की है, वहीं भारतीय जनता पार्टी ने बंगाल में 75 सीटों पर कब्जा किया है।

TMC प्रचंड बहुमत के साथ लगातार तीसरी बार पश्चिम बंगाल में अपनी सरकार बनाएगी। 2016 चुनाव में TMC ने 211 सीटें हासिल की थी, वही बीजेपी को 3 सीटें मिली थी।


तमिलनाडु की सत्ता में द्रविड़ मुन्नेत्र कडग़म

DMK ने 10 साल बाद सत्ता में फिर अपनी वापसी की है


इस चुनाव में DMK की ईंट ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।,डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन के बेटे और एम करुणानिधि के पोते उदयनिधि स्टालिन ने पूरे चुनावी प्रचार के दौरान एक ईंट को हाथ में लेकर एआईएडी एमके-भाजपा गठबंधन पर वार के लिए हथियार बनाया था।

सभी चुनावी रैली में उदयनिधि हाथ में ईंट लेकर एआईएडीएमके-भाजपा की ओर से राज्य की जनता से किए गए झूठे वादों की याद दिलाते थे।


कांग्रेस के पूर्व विधायक को बीजेपी ने मैदान में उतार, कांग्रेस के खिलाफ ही खेला खेल दिया।और इस खेल में बीजेपी की ही जीत हुई है।


केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में 30 विधानसभा सीटों पर 6 अप्रैल को हुए चुनाव के परिणाम घोषित हो गए है। फरवरी में मुख्यमंत्री वी नारायणसामी के इस्तीफे के साथ ही पुडुचेरी में कांग्रेस-डीएमके की सरकार गिर गई थी।

बागी विधायकों के कारण सरकार गिरी थी। कांग्रेस पार्टी छोड़कर कुछ विधायक भाजपा का दामन थाम लिया था। कांग्रेस के पूर्व विधायक को बीजेपी ने मैदान में उतार कर कांग्रेस के खिलाफ ही खेला। और खेल में बीजेपी की ही जीत हुई है।

पुडुचेरी विधानसभा चुनाव परिणाम में कांग्रेस के बागी विधायक ही सियासत में गेम चेंजर साबित हो गए। पुडुचेरी भले ही छोटा राज्य हो, लेकिन यहां बदली राजनीतिकरण की करवट का असर चेन्नई तक महसूस किया जाएगा।



2021 असम चुनाव के नतीजेे

प्रदेश में तस्वीर भी साफ हो गई है कि बीजेपी गठबंधन एक बार फिर सरकार बनाने जा रही।
बीजेपी ने बंपर जीत तो हासिल कर ली, लेकिन अब भी एक सवाल राजनीतिक गलियारों में गूंज रहा है। बीजेपी सरकार में मुख्यमंत्री कौन होगा।

क्योंकि बीजेपी ने चुनाव में सीएम के नाम की घोषणा नहीं की थी।
सर्बानंद सोनोवाल ही दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे, इसका फैसला भी नहीं हुआ है। असम में हिमंत बिस्वा सरमा भी लगातार प्रचार के दौरान बड़े चेहरे के तौर पर सामने आए।

पार्टी के शीर्ष नेताओं ने भी उन्हें उतना ही महत्व दिया जितना सीएम सर्बानंद सोनोवाल को दिया।
बिस्वा ने इस बार चुनाव में 1 लाख से ज्यादा मतों से जीत भी हासिल की है। लिहाजा उनकी दावेदारी बड़ी है।
हालांकि मुख्यमंत्री कौन होगा ये फैसला पार्टी का शीर्ष नेतृत्व और स्थानी नेता मिलकर करेंगे। 

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