मुख्यमंत्री ने जनपद आजमगढ़ में 143 करोड़ रु0 की 31 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण

लखनऊ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को जनपद आजमगढ़ में 143 करोड़ रुपये की 31 विकास परियोजनाओं कालोकार्पण एवं 19 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि जनपद आजमगढ़ ऋषि-मुनियों व साहित्यकारों कीधरती है। यहां की प्रतिभाओं को राजनीतिक संकीर्णता के कारण आगे बढ़ने का मौका प्राप्त नहीं हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘एकभारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को साकार करते हुए प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए गए अनेक कार्यक्रमों से आजमगढ़ के विकास कोदिशा प्राप्त हुई है।  मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि लम्बे समय से आजमगढ़ के नौजवानों कासपना था कि यहां विश्वविद्यालय बने, जिसे देश व प्रदेश की सरकार ने पूरा किया। विकास परियोजनाओं से ही देश, प्रदेश व समाज मेंखुशहाली आती है।उन्होंने कहा कि सांसद एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर जिलाधिकारी ऐसा प्रस्ताव तैयार करें,  जिससेब्लैक पॉटरी से अधिक से अधिक रोजगार के अवसरों का सृजन हो।मुख्यमंत्री ने कहा कि आजमगढ़ में एक वृहद रोजगार मेले का आयोजन किया जाए, ताकि यहां के नौजवानों को नियुक्ति पत्र प्राप्त होसके। विगत 05 वर्ष के दौरान बिना किसी भेदभाव के प्रदेश के 05 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी प्रदान की गयी है। युवाओं कोयोग्यता अनुरूप रोजगार मिले, यही प्रदेश सरकार का उद्देश्य है। मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम के माध्यम से विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, पॉलीटेक्निक, इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों को उद्योगों से जोड़ा जा रहा है।  प्रधानमंत्री की ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को साकार मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि युवा स्वावलम्बन की ओर अग्रसर होता है, तो समाज व राष्ट्र की भी उन्नति होती है। नौजवान प्रदेश की ताकतहैं। इन्हें तकनीक से युक्त करने के लिए 02 करोड़ स्मार्ट फोन/टैबलेट दिए जाएंगे। अब तक 15 लाख टैबलेट और स्मार्ट फोन वितरितकिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि बिना किसी भेदभाव के आजमगढ़ के विकास का कार्य किया गया है। प्रधानमंत्री जी ने जनपद कोपूर्वान्चल एक्सप्रेस-वे से जोड़ा है। जनपद आजमगढ़ में मंदुरी स्थित एयरपोर्ट लगभग बनकर तैयार हो गया है। शीघ्र ही, इसकालोकार्पण किया जाएगा

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मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में ‘वृहद रोजगार मेले’ का शुभारम्भ किया

लखनऊ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्ष 2014 में देश की बागडोर संभालने के बाद, युवाओं, उद्यमियों, हस्तशिल्पियों व कारीगरों की ऊर्जा व हुनर को पहचान देने के लिए स्किल इण्डिया, स्टार्टअप इण्डिया, स्टैंडअपइण्डिया, मेक इन इण्डिया, मुद्रा आदि योजनाएं/कार्यक्रम प्रारम्भ किए।  वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में सरकार बनने के साथ ही प्रदेशसरकार ने केन्द्र व राज्य की रोजगारपरक योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाया है। उसी का परिणाम था कि वर्ष 2015-2016 में जहां उत्तरप्रदेश में बेरोजगारी की दर 18 प्रतिशत से अधिक थी, वहीं कोरोना कालखण्ड की भीषण चुनौती के बावजूद प्रदेश की बेरोजगारी दर को2.7 फीसदी तक लाने में सफलता प्राप्त हुई है। मुख्यमंत्री यह विचार बुधवार को जनपद गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में ‘वृहद रोजगार मेले’ के शुभारम्भअवसर पर व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह रोजगार मेला नये भारत के नये उत्तर प्रदेश के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य कीआधारशिला तैयार करेगा।  प्रदेश में अनेक ऐसे कार्यक्रम चल रहे हैं, जिनके माध्यम से युवाओं की ऊर्जा व प्रतिभा का लाभ लेकर उत्तरप्रदेश को देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।  उत्तर प्रदेश देश की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय को दोगुना करने में सफलता प्राप्त हुई। साथ ही, प्रदेश की जी0डी0पी0 को दोगुना करने में भी सफलता प्राप्त हुई है।  प्रधानमंत्री ने देश को 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था को बनाने के क्रम में उत्तर प्रदेश को अगले 05 वर्ष के अन्दर एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने हेतु हस्तशिल्पियों, उद्यमियों एवं युवाओं कीसहायता से अनेक कदम उठाए हैं।  रोजगार मेला नये भारत के नये उ0प्र0 के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला तैयार करेगा उन्हें आर्थिक स्वावलम्बन के पथ परअग्रसर कर, उन सभी युवाओं, हस्तशिल्पियों और कारीगरों के बल पर उत्तर प्रदेश को आर्थिक स्वावलम्बन के मार्ग पर आगे बढ़ाने काकार्य प्रदेश सरकार ने विगत 05 वर्षाें में किया है।  उन्होंने कहा कि दोबारा सरकार बनते ही तृतीय ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से80 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों को जमीनी धरातल पर उतार कर 20 लाख नौजवानों को नौकरी की संभावना कोआगे बढ़ाने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने ‘मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम’ प्रारम्भ किया है। फाइनल ईयर के जो बच्चे इस योजना का लाभलेना चाहते हैं, उन्हें इस योजना से जोड़ा जाए।  साथ ही, अपनी पढ़ाई को भी सफलतापूर्वक आगे बढ़ा सकेंगे। उन्हांेने कहा कि प्रथमचरण मंे प्रदेश के 100 आकांक्षात्मक विकास खण्डों का चयन किया गया है। दूसरे चरण में 100 आकांक्षात्मक नगर निकायों का चयनकिया जाएगा।  राज्य सरकार की इस योजना मंे चयनित युवाओं को टैबलेट, आवासीय सुविधा तथा मानदेय भी दिया जाएगा।  इस रोजगार मेले 136 कंपनियों के प्रतिनिधि आए हैं। हमारालक्ष्य है कि गोरखपुर समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश के 10 हजार नौजवानों को नियुक्ति प्राप्त हो। 10 हजार नौजवानों के लिये यह रोजगार मेलासबके सहयोग से सफल होगा।

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